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ताजे लेखन आणि नवीन प्रतिसाद
| प्रकाशन दिनांक | शीर्षक | लेखक | वाचने | प्रतिसाद |
|---|---|---|---|---|
| 28-06-11 | पोळ्याच्या झडत्या | गंगाधर मुटे | 87,886 | 14 |
| 26-09-24 | उत्तेजना अशी तू देऊ नकोस | गंगाधर मुटे | 3,170 | 1 |
| 28-12-13 | टिकले तुफान काही | गंगाधर मुटे | 5,788 | 2 |
| 17-09-17 | कष्टकऱ्यांना हवाई सफर अर्थात विमानप्रवास | गंगाधर मुटे | 1,158 | |
| 03-09-24 | विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा-२०२४ : वर्ष ११ वे | गंगाधर मुटे | 5,840 | 2 |
| 26-09-24 | दिवस आहे साक्षिला | गंगाधर मुटे | 3,170 | 2 |
| 16-05-21 | साहित्याला संपृक्त आणि समृद्ध करणारी गझल : डाॅ. किशाेर सानप | गंगाधर मुटे | 6,305 | 3 |
| 09-03-14 | गझलविश्वाची परिभाषा बदलणारा गझलसंग्रह - श्री राज पठाण | संपादक | 6,940 | 3 |
| 11-12-22 | विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा-२०२२ : वर्ष ९ वे | गंगाधर मुटे | 5,087 | 2 |
| 23-02-13 | नागपुरी तडका - ई पुस्तक | गंगाधर मुटे | 95,215 | 33 |
| प्रकाशन दिनांक | लेखनविभाग | शीर्षक | लेखक |
|---|---|---|---|
| 24/09/24 | छंदमुक्त कविता | खाल्ल्या अन्नाला जागा | राजेश हनुमंतराव... |
| 24/09/24 | कवितेचे रसग्रहण | कर्जबाजारी | Vaishnavi nirmal |
| 23/09/24 | सुखद अनुभव | पुढचं पाऊल | Vaishnavi nirmal |
| 23/09/24 | छंदमुक्त कविता | कर्जबाजारी | Vaishnavi nirmal |
| 23/09/24 | प्रेरक लेख | शेतमालाचा भाव- एक शोध निबंध | डॉ दिग्विजय जाधव |
| 23/09/24 | ललितलेख | कृषिप्रधान देशातील हतबल शेतकरी | Vaishnavi nirmal |
| 23/09/24 | ललितलेख | हारासी | NILESHDESHMUKH |
| 23/09/24 | छंदोबद्ध कविता | बळी-राजा | डॉ दिग्विजय जाधव |
| 23/09/24 | पद्यकविता | शेतमालाचे भाव एक स्वप्न ? | rajendraphand |
| 23/09/24 | कवितेचे रसग्रहण | शेतमालाचे भाव एक स्वप्न ? | rajendraphand |
शेतकरी गीत, काव्यगीत
| प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
|---|---|---|
| 15-12-2013 | माझा बाप! | 3,934 |
| 28-05-2012 | शेतकऱ्याची व्यथा | 13,419 |
| 09-02-2012 | शीक बाबा शीक | 6,628 |
| 27-08-2011 | पलाट साडेबाराचा - आगरी गझल | 6,124 |
| 25-08-2011 | च्यायला बुडवा हा सहकार | 5,339 |
माझी मराठी गझल
| प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
|---|---|---|
| 19-04-2012 | जगणे सुरात आले | 11,673 |
| 21-04-2015 | पाहून घे महात्म्या | 6,087 |
| 10-02-2017 | प्रकाशात शिरायासाठी | 3,874 |
| 10-02-2017 | सोज्वळ मदिरा | 2,058 |
| 13-10-2015 | कळली तर कळवा | 6,977 |
| प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
|---|---|---|
| 19-06-2011 | धकव रं श्यामराव | 3,025 |
| 18-06-2011 | आंब्याच्या झाडाले वांगे | 4,737 |
विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा : २०१४ ते २०२४
| प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | लेखक | वाचने |
|---|---|---|---|
| 11-12-2024 | एकाहून एक सरस कवितांचा नजराणा : शेतकरी कवी संमेलन | धनश्री पाटील | 1,930 |
| 11-12-2024 | शेतकरी गझल मुशायरा वृत्तांत : ११ वे अभाशेसा संमेलन | Ajit1980 | 1,633 |
| 11-12-2024 | समान मजुरी हा स्त्रीचा अधिकारच! | Dr seema shete | 1,353 |
| 06-11-2024 | निवडक छायाचित्र : ११ वे अभाशेसा संमेलन | गंगाधर मुटे | 1,315 |
| 27-10-2024 | मुक्ताईने केले ज्ञानेशा शहाणे - युगात्मा शरद जोशी | गंगाधर मुटे | 1,132 |
शेतकरी साहित्य चळवळ-संमेलन
| प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
|---|---|---|
| 03-09-2024 | विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा-२०२४ : वर्ष ११ वे | 5,840 |
| 11-12-2022 | विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा-२०२२ : वर्ष ९ वे | 5,087 |
| 05-05-2024 | समग्र वृत्तांत : ११ वे अ.भा.म.शे.सा.संमेलन | 1,893 |
| 23-04-2024 | नियोजन - 12 वे शेतकरी साहित्य संमेलन | 2,657 |
| 13-04-2024 | उत्पादन आणि उत्पन्न यामध्ये खूप फरक आहे हे संमेलनामुळे कळाले | 1,959 |
| प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
|---|---|---|
| 23-06-2011 | भावात्म काव्यात्मकतेचा 'गोडवा’ | 3,238 |
| 23-06-2011 | 'सकाळ' 'सप्तरंग पुरवणीत' 'रानमेवा' ची दखल | 4,891 |
| 23-06-2011 | इतके उत्तम भाष्य फ़क्त श्रेष्ठ कवीच करू शकतो | 2,899 |
| 23-06-2011 | काळ्या मातीचा गंध शब्दाशब्दांतून जाणवतो. | 3,017 |
| 23-06-2011 | सर्वच कविता वाचनीय | 2,866 |
"रानमेवा" काव्यसंग्रह
| प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
|---|---|---|
| 18-06-2011 | विदर्भाचा उन्हाळा | 5,401 |
| 22-06-2011 | माय मराठीचे श्लोक...!! | 6,549 |
| 18-06-2011 | चापलूस चमचा | 5,680 |
| 18-06-2011 | लकस-फ़कस | 5,689 |
| 18-06-2011 | झ्यामल-झ्यामल | 5,618 |