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प्रकाशन दिनांक | लेखनविभाग | शीर्षक | लेखक | प्रतिसाद | वाचने |
अंतिम अद्यतन![]() |
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30/09/19 | कवितेचे रसग्रहण | माझ्या गावाकडे चल माझ्या दोस्ता:कवी इंद्रजित भालेराव | Khillare bramhadev | 4 | 4,354 | 4 months 3 आठवडे |
30/09/19 | कथा | पाचवीला पुजलेलं -'ऋण' | Narendra Gandhare | 11 | 2,928 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
12/10/19 | कर्जमुक्ती आंदोलन | पार्टी द्या, कर्ज घ्या; कोंबडी द्या, वसुली थांबवा | गंगाधर मुटे | 12 | 3,374 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
10/09/19 | गझल | गज़ल : विळखा अरे ऋणाचा | Dr. Ravipal Bha... | 13 | 4,756 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
30/09/19 | छंदोबद्ध कविता | शेतक-याची परिस्थिती | Giridhar kachole | 4 | 1,478 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
09/09/19 | पद्यकविता | शेतकरी ( एक न सुटणारे गणित) | Bhushan Sahadeo... | 3 | 1,952 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
09/09/19 | गझल | गझल....भाषणे आता गड्यांनो बास करा. | swachchhandi87@... | 2 | 1,167 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
17/09/19 | गझल | उद्योग हिरवळीचा | Pradip thool | 5 | 1,716 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
13/09/19 | गझल | कर्जाच्या जाचात शेती | Ramesh Burbure | 12 | 4,183 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
30/09/19 | गीतरचना | घेऊ नको फाशी .......! | बालाजी कांबळे | 2 | 1,051 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
23/09/19 | गीतरचना | राम नई रायना दादा खेतीमां (अहिराणी) | महेश | 6 | 1,701 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
30/09/19 | गीतरचना | काळ्या काळ्या ढगांतून.... | Rajesh Jaunjal | 2 | 959 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
02/10/19 | गीतरचना | बळीच्या सरणावरती | RANGNATH TALWATKAR | 4 | 1,383 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
10/10/19 | छंदमुक्त कविता | जीव टांगला रं मेघा... | आत्तम | 2 | 1,010 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
09/10/19 | छंदमुक्त कविता | मोडून जाईल देश | नितीन साळुंके | 2 | 1,065 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
13/09/19 | छंदमुक्त कविता | लोओकुन सारखा बाप हवा, शेतकऱ्यांना! | Dhirajkumar Taksande | 4 | 1,290 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
26/09/19 | छंदोबद्ध कविता | आभाळाचे गूढ बोलले | Shridhar | 4 | 1,218 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
06/09/19 | छंदोबद्ध कविता | फास | पंडित निंबाळकर | 2 | 901 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
29/09/19 | छंदोबद्ध कविता | माझ्या मरणाच्या कळा | Sidheshwar Ingole | 2 | 847 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
16/09/19 | छंदोबद्ध कविता | बाप वावर पेरते | श्याम | 3 | 1,135 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
29/09/19 | पद्यकविता | कर्जाच्या विळख्यातील शेती | ऍड. सुशांत बाराहाते | 3 | 1,106 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
03/10/19 | पद्यकविता | || विळखा कर्जाचा || | Ravindra Kamthe | 2 | 922 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
30/09/19 | पद्यकविता | कास्तकारीचा राजीनामा | लक्ष्मण लाड | 2 | 858 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
16/09/19 | पद्यकविता | एल्गार | श्री. अनिकेत देशमुख | 6 | 1,562 | 3 वर्षे 3 आठवडे |
23/09/19 | कथा | तहान | shirish bhaskar... | 2 | 874 | 3 वर्षे 3 आठवडे |