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प्रकाशन दिनांक | लेखनविभाग | शीर्षक | लेखक | प्रतिसाद | वाचने | अंतिम अद्यतन |
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30/09/19 | कवितेचे रसग्रहण | माझ्या गावाकडे चल माझ्या दोस्ता:कवी इंद्रजित भालेराव | Khillare bramhadev | 4 | 11,651 | 2 वर्षे 4 months |
30/09/19 | कथा | पाचवीला पुजलेलं -'ऋण' | Narendra Gandhare | 11 | 4,520 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
12/10/19 | कर्जमुक्ती आंदोलन | पार्टी द्या, कर्ज घ्या; कोंबडी द्या, वसुली थांबवा | गंगाधर मुटे | 12 | 5,101 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
10/09/19 | गझल | गज़ल : विळखा अरे ऋणाचा | Dr. Ravipal Bha... | 13 | 6,682 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
30/09/19 | छंदोबद्ध कविता | शेतक-याची परिस्थिती | Giridhar kachole | 4 | 2,299 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
09/09/19 | पद्यकविता | शेतकरी ( एक न सुटणारे गणित) | Bhushan Sahadeo... | 3 | 2,697 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
09/09/19 | गझल | गझल....भाषणे आता गड्यांनो बास करा. | swachchhandi87@... | 2 | 1,899 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
17/09/19 | गझल | उद्योग हिरवळीचा | Pradip thool | 5 | 2,577 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
13/09/19 | गझल | कर्जाच्या जाचात शेती | Ramesh Burbure | 12 | 5,934 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
30/09/19 | गीतरचना | घेऊ नको फाशी .......! | बालाजी कांबळे | 2 | 1,670 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
23/09/19 | गीतरचना | राम नई रायना दादा खेतीमां (अहिराणी) | महेश | 6 | 2,997 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
30/09/19 | गीतरचना | काळ्या काळ्या ढगांतून.... | Rajesh Jaunjal | 2 | 1,558 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
02/10/19 | गीतरचना | बळीच्या सरणावरती | RANGNATH TALWATKAR | 4 | 2,329 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
10/10/19 | छंदमुक्त कविता | जीव टांगला रं मेघा... | आत्तम | 2 | 1,659 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
09/10/19 | छंदमुक्त कविता | मोडून जाईल देश | नितीन साळुंके | 2 | 1,665 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
13/09/19 | छंदमुक्त कविता | लोओकुन सारखा बाप हवा, शेतकऱ्यांना! | Dhirajkumar Taksande | 4 | 2,090 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
26/09/19 | छंदोबद्ध कविता | आभाळाचे गूढ बोलले | Shridhar | 4 | 2,012 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
06/09/19 | छंदोबद्ध कविता | फास | पंडित निंबाळकर | 2 | 1,486 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
29/09/19 | छंदोबद्ध कविता | माझ्या मरणाच्या कळा | Sidheshwar Ingole | 2 | 1,387 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
16/09/19 | छंदोबद्ध कविता | बाप वावर पेरते | श्याम | 3 | 2,404 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
29/09/19 | पद्यकविता | कर्जाच्या विळख्यातील शेती | ऍड. सुशांत बाराहाते | 3 | 1,983 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
03/10/19 | पद्यकविता | || विळखा कर्जाचा || | Ravindra Kamthe | 2 | 1,543 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
30/09/19 | पद्यकविता | कास्तकारीचा राजीनामा | लक्ष्मण लाड | 2 | 1,389 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
16/09/19 | पद्यकविता | एल्गार | श्री. अनिकेत देशमुख | 6 | 2,576 | 5 वर्षे 2 आठवडे |
23/09/19 | कथा | तहान | shirish bhaskar... | 2 | 1,491 | 5 वर्षे 2 आठवडे |