नमस्कार !
बळीराजावर आपले स्वागत आहे. |
प्रकाशन दिनांक | प्रकार | शिर्षक | लेखक | वाचने | प्रतिसाद | अंतिम अद्यतन |
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26/10/2014 | साहित्य चळवळ | www.shetkari.in चा लोकार्पण सोहळा | गंगाधर मुटे | 1,974 | 26/10/14 | |
18/03/2015 | काव्यधारा | || तुझीपण काही खैर नाही नशिबा आता || | Ravindra Kamthe | 1,670 | 2 | 23/03/15 |
19/09/2016 | लेखनस्पर्धा-२०१६ | || लयच झालं आता || | ravindradalvi | 1,297 | 1 | 20/09/16 |
03/10/2019 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | || विळखा कर्जाचा || | Ravindra Kamthe | 1,266 | 2 | 03/01/20 |
03/10/2019 | गोलमेज चावडी | || श्री || ... | Ravindra Kamthe | 570 | 03/10/19 | |
09/09/2018 | लेखनस्पर्धा-२०१८ | *अस्वस्थ काळ अधोरेखित करणारा - माणसाच्या सोयीचा देव* | Kiran dongardive | 1,517 | 1 | 04/01/19 |
23/10/2011 | माझी कविता | अ आ आई | गंगाधर मुटे | 2,088 | 23/10/11 | |
17/10/2014 | साहित्य चळवळ | अ.भा. मराठी शेतकरी साहित्य चळवळ : प्रारंभिक चर्चा | गंगाधर मुटे | 2,055 | 2 | 19/10/14 |
11/03/2013 | माझे गद्य लेखन | अ.भा.अंकूर मराठी साहित्य समेलन, दर्यापूर | संपादक | 4,766 | 11/03/13 | |
27/02/2014 | साहित्य चळवळ | अ.भा.शेतकरी मराठी साहित्य चळवळ : संकल्प | गंगाधर मुटे | 9,884 | 5 | 28/02/21 |
शेतकरी साहित्य चळवळ-संमेलन
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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25-12-2017 | विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा-२०१७ : निकाल | 6,648 |
02-09-2017 | विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा-२०१७ : नियम आणि अटी | 5,520 |
04-01-2019 | विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा-२०१८ : निकाल | 4,596 |
03-09-2018 | विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा-२०१८ : नियम आणि अटी | 5,442 |
03-09-2019 | विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा-२०१९ : वर्ष ६ वे | 3,561 |
विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा : २०१४ ते २०२२
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | लेखक | वाचने |
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25-09-2021 | अरे पावसा पावसा | बालाजी कांबळे | 1,514 |
06-09-2017 | अरे, फुलवा अंगारमळा! | Dr. Ravipal Bha... | 5,607 |
16-09-2019 | अवंदाच्या सालामध्ये... | Chitra Kahate | 681 |
20-09-2016 | अवकाळी | Pradnya | 1,321 |
08-09-2016 | अवकाळी विळखा एक आश्वासक कथासंग्रंह | संदीप हरी नाझरे | 3,094 |
माझी मराठी गझल
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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15-07-2011 | भारी पडली जात | 1,742 |
28-07-2014 | मढे मोजण्याला | 3,084 |
09-03-2014 | मनाला थेट भिडणारी गझल - तुषार देसले | 1,594 |
30-04-2013 | मरणे कठीण झाले - स्पर्धा विजेती गझल | 3,600 |
12-07-2011 | मरण्यात अर्थ नाही | 1,673 |
"रानमेवा" काव्यसंग्रह
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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16-06-2011 | पुढे चला रे.... | 1,609 |
01-03-2010 | प्राक्तन फ़िदाच झाले : गझल ॥२४॥ | 1,955 |
20-06-2011 | फ़ुलझडी..........!!!! | 1,469 |
22-06-2011 | बळीराजाचे ध्यान : अभंग ।।४।। | 5,257 |
22-06-2011 | बायोडाटा..!! | 1,959 |
नवीन प्रतिसाद