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प्रकाशन दिनांक | प्रकार | शिर्षक |
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वाचने | प्रतिसाद | अंतिम अद्यतन |
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24/09/2017 | लेखनस्पर्धा-२०१७ | तुझ्यापायीच झाली ही दैना | Dhirajkumar Taksande | 1,987 | 2 | 28/09/17 |
06/10/2018 | लेखनस्पर्धा-२०१८ | गझल: सर्वहारा | Dhirajkumar Taksande | 1,132 | 1 | 25/12/18 |
11/09/2017 | लेखनस्पर्धा-२०१७ | नांगरणी | Dhirajkumar Taksande | 2,233 | 3 | 28/09/17 |
09/01/2017 | काव्यधारा | रीकामा झोरा केला | Dhirajkumar Taksande | 3 | 09/01/17 | |
12/09/2017 | लेखनस्पर्धा-२०१७ | घाल घाव! | Dhirajkumar Taksande | 1,547 | 2 | 28/09/17 |
16/09/2018 | लेखनस्पर्धा-२०१८ | गझल | Dhirajkumar Taksande | 742 | 1 | 20/09/18 |
12/01/2017 | काव्यधारा | न्याय कुठला आहे? | Dhirajkumar Taksande | 3 | 12/01/17 | |
18/09/2018 | लेखनस्पर्धा-२०१८ | बदलेल धोरण, तर टळेल मरण! | Dhirajkumar Taksande | 4,377 | 8 | 24/12/18 |
30/09/2017 | लेखनस्पर्धा-२०१७ | पोटातले पाणी | Dhirajkumar Taksande | 2,334 | 4 | 12/01/18 |
08/09/2019 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | गझल: कर्जातल्या जिवांच्या नशिबास कोण तारी! | Dhirajkumar Taksande | 1,684 | 7 | 12/09/19 |
शेतकरी साहित्य चळवळ-संमेलन
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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13-11-2016 | ये तू मैदानात : शेतकरी गीत | 939 |
24-02-2020 | ६ वे अ.भा. म. शे. साहित्य संमेलन : चित्रवृत्तांत - समारोप | 1,418 |
31-10-2018 | ५ वे अ.भा.मराठी शेतकरी साहित्य संमेलन पैठणमध्ये | 6,800 |
13-12-2016 | विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा-२०१६ : निकाल | 12,804 |
25-10-2020 | युगात्मा ग्लोबल शेतकरी ग्रंथालय | 1,367 |
विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा : २०१४ ते २०२२
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक |
लेखक![]() |
वाचने |
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27-09-2017 | नको फास घेऊ! | Dr. Ravipal Bha... | 3,157 |
06-09-2019 | गज़ल : घाट्याच्या सौद्यात शेती | Dr. Ravipal Bha... | 7,705 |
19-09-2020 | गझल : आबाद शेत नाही | Dr. Ravipal Bha... | 2,177 |
02-10-2017 | तु जान माणसा, सुजान माणसा! | Dr. Ravipal Bha... | 2,297 |
07-04-2021 | पहिल्या शेतकरी - स्त्री कवी संमेलनाचा वृत्तांत | Dr. Ravipal Bha... | 963 |
"रानमेवा" काव्यसंग्रह
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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30-12-2011 | रानमेवा अभिप्राय : डॉ मधुकर वाकोडे | 2,761 |
24-06-2011 | रानमेवाची दखल | 2,072 |
23-06-2011 | लिखाणामधे खूप विविधता | 1,707 |
नवीन प्रतिसाद