![]() ![]() बळीराजावर आपले स्वागत आहे. |
प्रकाशन दिनांक | प्रकार | शिर्षक |
लेखक![]() |
वाचने | प्रतिसाद | अंतिम अद्यतन |
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11/11/2014 | लेखनस्पर्धा-२०१४ | गाय | Bandopant Bodhekar | 1,553 | 2 | 12/11/14 |
20/09/2016 | लेखनस्पर्धा-२०१६ | भलंरी | Bhagyashree7 | 1,391 | 1 | 29/09/16 |
26/10/2023 | लेखनस्पर्धा-२०२३ | वरूणा थांब जरासा | Bharati Sawant | 292 | 2 | 20/11/23 |
01/12/2023 | लेखनस्पर्धा-२०२३ | अन्नदात्या संस्कृतीचा महानायक : बळीराजा | Bharati Sawant | 229 | 01/12/23 | |
25/10/2023 | लेखनस्पर्धा-२०२३ | बळीराजा सुखी भव | Bharati Sawant | 478 | 2 | 20/11/23 |
30/12/2022 | लेखनस्पर्धा-२०२२ | शेतकरी सुखी तर जग सुखी | Bharati Sawant | 4,486 | 30/12/22 | |
30/12/2022 | लेखनस्पर्धा-२०२२ | साज सृष्टीचा | Bharati Sawant | 274 | 30/12/22 | |
15/11/2023 | लेखनस्पर्धा-२०२३ | पोशिंदा | bharti.lakhamapure | 291 | 2 | 20/11/23 |
20/09/2020 | गोलमेज चावडी | Corona | Bhaskar bade | 795 | 1 | 10/10/20 |
20/09/2020 | लेखनस्पर्धा-२०२० | शेतातल्या करोनाची डायरी | Bhaskar bade | 825 | 2 | 10/10/20 |
शेतकरी साहित्य चळवळ-संमेलन
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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16-02-2020 | ६ वे अ.भा.म.शे.सा. संमेलन : वृत्तपत्र वृत्तांत | 2,518 |
29-11-2017 | कवी संमेलन/गझल मुशायरा, मुंबई : २०१८ : नोंदणी | 4,228 |
03-02-2022 | ८ वे अ.भा.म.शे.सा.संमेलन : कार्यक्रमपत्रिका | 2,254 |
16-08-2022 | अध्यक्षीय भाषण : ८ वे अ.भा.म.शे.सा.सं, रावेरी | 2,391 |
07-01-2016 | आंतरजाल-स्तरीय लेखनस्पर्धा-२०१५ : निकाल | 3,476 |
विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा : २०१४ ते २०२२
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक |
लेखक![]() |
वाचने |
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06-10-2018 | गझल | Dr. Ravipal Bha... | 1,276 |
10-09-2019 | गज़ल : विळखा अरे ऋणाचा | Dr. Ravipal Bha... | 6,214 |
06-09-2017 | अरे, फुलवा अंगारमळा! | Dr. Ravipal Bha... | 5,860 |
25-09-2018 | गझल | Dr. Ravipal Bha... | 1,647 |
20-09-2020 | गझल : धाकात या करोना | Dr. Ravipal Bha... | 2,916 |
"रानमेवा" काव्यसंग्रह
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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23-06-2011 | लिखाण अतिशय प्रामाणिक | 2,387 |
23-06-2011 | सडेतोड लेखणीतून वास्तवचित्र | 1,986 |
23-06-2011 | काळ्या मातीचा गंध शब्दाशब्दांतून जाणवतो. | 2,291 |
23-06-2011 | एक “अनुभवसिद्ध रानमेवा" | 1,901 |
23-06-2011 | भावात्म काव्यात्मकतेचा 'गोडवा’ | 2,302 |
नवीन प्रतिसाद