नमस्कार !
बळीराजावर आपले स्वागत आहे. |
ताजे लेखन आणि नवीन प्रतिसाद
प्रकाशन दिनांक | शीर्षक | लेखक | वाचने | प्रतिसाद |
---|---|---|---|---|
29-09-16 | तुझ्या कागदी नियोजनाला भोकामध्ये घाल | Raj Pathan | 7,861 | 8 |
03-09-16 | विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा-२०१६ : नियम आणि अटी | गंगाधर मुटे | 7,637 | 8 |
06-07-16 | खट्याळ रसातली आध्यात्मिक गझल | गंगाधर मुटे | 3,794 | 8 |
16-08-13 | नागद्वार - दुर्गम-दुर्लभ पहाडीयात्रा | गंगाधर मुटे | 13,177 | 8 |
19-04-12 | जगणे सुरात आले | गंगाधर मुटे | 8,294 | 8 |
28-06-11 | पोळ्याच्या झडत्या | गंगाधर मुटे | 42,605 | 8 |
22-06-11 | आईचं छप्पर ।।१०।। | गंगाधर मुटे | 7,787 | 8 |
13-06-11 | एवढा मोठा नांगूर... | नांगूर | 5,327 | 8 |
11-06-09 | पहाटे पहाटे तुला जाग आली : विनोदी कविता ॥२५॥ | गंगाधर मुटे | 11,721 | 8 |
14-11-23 | बळी असेच कितीदा स्वतःला वामनाकडून गाडून घेणार? | सतीश शंकरराव मानकर | 951 | 7 |
शेतकरी साहित्य चळवळ-संमेलन
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
---|---|---|
18-10-2019 | अलिबाग जाण्यासाठी मार्ग | 6,455 |
08-02-2018 | ४ थे अ.भा.म.शे.सा.सं : वृत्तपत्र वृत्तांत | 3,917 |
22-03-2023 | वांझ साहित्य निर्माण होण्याऐवजी निर्माणच न होणे काय वाईट? | 4,390 |
01-10-2016 | हतबल झाली प्रतिभा | 3,974 |
19-10-2019 | प्रतिनिधी नोंदणी पद्धत : ६ वे साहित्य संमेलन, अलिबाग | 4,075 |
विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा : २०१४ ते २०२२
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | लेखक | वाचने |
---|---|---|---|
27-11-2015 | २ रे अ.भा. मराठी शेतकरी साहित्य संमेलन नागपूरला | गंगाधर मुटे | 6,535 |
22-09-2017 | कोण तुम्ही व्हा रं ? | Dr. Ravipal Bha... | 4,226 |
29-09-2020 | उपद्रवी जिवाणू | Narendra Gandhare | 2,289 |
15-09-2017 | भारत कशाला म्हणतात! | Dr. Ravipal Bha... | 4,167 |
15-09-2020 | कोरोना (वऱ्हाडी बोली ) | ravindradalvi | 1,900 |
शेतकरी गीत, काव्यगीत
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
---|---|---|
26-07-2011 | आम्ही शेतकरी बाया | 2,625 |
09-02-2012 | शीक बाबा शीक | 5,482 |
05-05-2021 | डोळ्यातील द्राक्ष पाहू दे | 1,925 |
15-12-2013 | माझा बाप! | 3,038 |
15-06-2011 | रानमेवा खाऊ चला....! | 2,197 |
माझी मराठी गझल
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
---|---|---|
10-02-2017 | प्रकाशात शिरायासाठी | 1,871 |
23-08-2021 | घे मशाली | 818 |
09-03-2014 | ’माझी गझल निराळी’ - अभिप्राय : डॉ. मधुकर वाकोडे | 2,001 |
10-03-2024 | प्रसुती जिव्हाळा | 270 |
09-03-2014 | तोंडी, लेखी व प्रयोगशाळेतही मेरीटचे गुण - श्री तुळशीराम बोबडे | 2,062 |
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
---|---|---|
23-06-2011 | अनुभवांची शिदोरी आणि सृजनशीलतेची समृद्धी | 1,920 |
23-06-2011 | एक “अनुभवसिद्ध रानमेवा" | 1,869 |
"रानमेवा" काव्यसंग्रह
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
---|---|---|
22-06-2011 | मांसाहार जिंदाबाद ...!! | 6,486 |
18-06-2011 | अंगार चित्तवेधी | 1,699 |
22-06-2011 | अंगावरती पाजेचिना....!! | 1,743 |
22-06-2011 | नाते ऋणानुबंधाचे.. | 1,566 |
15-06-2011 | मग हव्या कशाला सलवारी | 3,289 |