नमस्कार !
बळीराजावर आपले स्वागत आहे. |
आजचे बाजारभाव पाहण्यासाठी https://www.baliraja.com/node/3024 या लिंकवर क्लिक करा.
प्रकाशन दिनांक | प्रकार | शिर्षक | लेखक | वाचने | प्रतिसाद | अंतिम अद्यतन |
---|---|---|---|---|---|---|
30/03/2015 | काव्यधारा | कॅक्ट्स | संदीपकुमार | 1,065 | 30/03/15 | |
01/04/2015 | काव्यधारा | विकासाची क्रांती | संदीपकुमार | 1,122 | 01/04/15 | |
17/04/2015 | काव्यधारा | जगणे आयुष्याचे | संदीपकुमार | 1,038 | 17/04/15 | |
26/04/2015 | काव्यधारा | चारोळी | संदीपकुमार | 6,812 | 26/04/15 | |
02/08/2015 | काव्यधारा | देवा गरीबाच्या घरी, कवा कवा येत जा,..... | shrikant dhote | 3,331 | 4 | 05/09/15 |
08/11/2016 | काव्यधारा | मुसकी | Dnyaneshwar Musale | 1,086 | 08/11/16 | |
08/11/2016 | काव्यधारा | माळरान | Dnyaneshwar Musale | 1,168 | 08/11/16 | |
10/11/2016 | काव्यधारा | शेतकऱ्याचं पोरं. | Dnyaneshwar Musale | 4,403 | 5 | 13/11/16 |
13/11/2016 | काव्यधारा | मुकाटचं मी. | Dnyaneshwar Musale | 978 | 13/11/16 | |
19/11/2016 | काव्यधारा | माझी गाय | NageshT | 1,364 | 19/11/16 |
शेतकरी साहित्य चळवळ-संमेलन
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
---|---|---|
05-02-2018 | ४ थे अ.भा. मराठी शेतकरी साहित्य संमेलन : सिंहावलोकन | 8,973 |
16-08-2022 | अध्यक्षीय भाषण : ५ वे अ.भा.म.शे.सा.सं, पैठण | 879 |
22-04-2016 | २ रे अ.भा. मराठी शेतकरी साहित्य संमेलन : VDO | 3,217 |
20-02-2020 | ६ वे अ.भा. म. शे. साहित्य संमेलन : चित्रवृत्तांत - कथाकथन व परिसंवाद | 2,943 |
10-02-2018 | ४ थे अ.भा.म.शे.सा.सं : चित्रवृत्तांत : उदघाटन सत्र | 5,722 |
विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा : २०१४ ते २०२४
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | लेखक | वाचने |
---|---|---|---|
17-09-2016 | ऋणानुबंध | मनीष गोडे | 1,512 |
17-09-2016 | आनंदाचे मोती | राजीव मासरूळकर | 4,463 |
17-09-2016 | जोमात पीक आले | SANDHYA | 4,054 |
17-09-2016 | " रास्ता रोको आन्दोलन - शरद जोशी यांची देन " | दिवाकर चौकेकर | 1,606 |
18-09-2016 | नकोश्या गोष्टी | प्रा.प्रतिभा सराफ | 1,230 |
"रानमेवा" काव्यसंग्रह
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
---|---|---|
15-08-2010 | गंधवार्ता : महादीर्घकाव्य ॥२९॥ | 4,582 |
14-08-2010 | हक्कदार लाल किल्ल्याचे ॥२८॥ | 5,850 |
22-06-2011 | बळीराजाचे ध्यान : अभंग ।।४।। | 5,791 |
नवीन प्रतिसाद