नमस्कार !
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प्रकाशन दिनांक | प्रकार | शिर्षक | लेखक | वाचने | प्रतिसाद | अंतिम अद्यतन |
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13/09/2011 | काव्यधारा | संत महिमा | Malubai | 2,103 | 1 | 15/09/11 |
14/09/2011 | शेतकरी संघटना | महाराष्ट्र शासनाचे पत्र - कापूस निर्यात | संपादक | 12,664 | 2 | 15/09/11 |
14/09/2011 | शेतकरी विचारमंथन | या चक्रम चौकोनातून बाहेर यायचे तरी कसे? | navnath pawar | 2,477 | 2 | 15/09/11 |
15/09/2011 | कृषीजगत | नाथाच्या घरची उलटी खुण..! | navnath pawar | 2,479 | 2 | 15/09/11 |
07/09/2011 | काव्यधारा | विठ्ठल भक्ती | Malubai | 2,974 | 3 | 15/09/11 |
07/09/2011 | काव्यधारा | आई -वडिल | Malubai | 3,841 | 5 | 15/09/11 |
15/09/2011 | शेतकरी संघटना | कर्जमुक्ती आंदोलन - फॉर्म्स | कॅप्टन Carf | 1,561 | 15/09/11 | |
17/09/2011 | शेतकरी संघटना | शेतकरी नेत्यांकडून पंतप्रधानांना निवेदन | संपादक | 1,482 | 17/09/11 | |
15/08/2011 | माझी मराठी गझल | माझी ललाटरेषा | गंगाधर मुटे | 4,083 | 5 | 18/09/11 |
18/09/2011 | योद्धा शेतकरी | महाराष्ट्राच्या दुर्दशेची पन्नाशी - शरद जोशी | संपादक | 1,627 | 18/09/11 |
शेतकरी साहित्य चळवळ-संमेलन
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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22-02-2020 | ६ वे अ.भा. म. शे. साहित्य संमेलन : चित्रवृत्तांत - पारितोषिक वितरण | 1,751 |
24-02-2020 | ६ वे अ.भा. म. शे. साहित्य संमेलन : चित्रवृत्तांत - समारोप | 1,602 |
18-02-2020 | ६ वे अ.भा.म.शे.सा. संमेलन : सिंहावलोकन | 2,783 |
28-06-2020 | श्रावणरानी हिरवीगाणी | 976 |
03-09-2020 | विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा-२०२० : वर्ष ७ वे | 3,028 |
विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा : २०१४ ते २०२२
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | लेखक | वाचने |
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14-09-2015 | देवेन्द्रा'ची कृपा दुसरं काय? | सचिन मोहन चोभे | 1,742 |
13-09-2015 | Parati | Nilesh | 1,814 |
13-09-2015 | Gazal | Nilesh | 1,919 |
15-09-2015 | मा. शरद जोशींच्या नजरेतून साहित्यिक | विनिता | 2,986 |
16-09-2015 | मृगाचा पाऊस पध्यलेखन स्पर्धा | suvarna | 1,872 |
"रानमेवा" काव्यसंग्रह
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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14-08-2010 | मोरा मोरा नाच रे : बालगीत ।।१७।। | 4,232 |
21-01-2010 | बिपाशाले लुगडं : नागपुरी तडका ॥२०॥ | 5,783 |
14-08-2010 | गगनावरी तिरंगा - ॥२१॥ | 7,753 |
01-03-2010 | प्राक्तन फ़िदाच झाले : गझल ॥२४॥ | 1,953 |
11-06-2009 | पहाटे पहाटे तुला जाग आली : विनोदी कविता ॥२५॥ | 11,372 |
नवीन प्रतिसाद