![]() ![]() बळीराजावर आपले स्वागत आहे. |
प्रकाशन दिनांक | प्रकार | शिर्षक |
लेखक![]() |
वाचने | प्रतिसाद | अंतिम अद्यतन |
---|---|---|---|---|---|---|
07/02/2018 | शेतकरी गझल | शेतकऱ्याची क़ैफ़ियत | Dr. Ravipal Bha... | 1,378 | 2 | 14/03/18 |
08/03/2018 | शेतकरी गझल | गझल: तू न चौकस राहिल्याने | Dr. Ravipal Bha... | 815 | 08/03/18 | |
20/10/2019 | काव्यधारा | गज़ल : नजर - बळी | Dr. Ravipal Bha... | 1,312 | 3 | 20/10/19 |
04/01/2017 | काव्यधारा | गीत : तू जाण माणसा, सुजान माणसा | Dr. Ravipal Bha... | 4,477 | 8 | 23/10/19 |
15/03/2018 | शेतकरी गझल | गझल: थांब मीच येते | Dr. Ravipal Bha... | 976 | 15/03/18 | |
21/03/2018 | शेतकरी गझल | गझल: लागेल इथनं वाट आमची | Dr. Ravipal Bha... | 833 | 21/03/18 | |
03/10/2017 | शेतकरी विचारमंथन | विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा २०१७ | Dr. Ravipal Bha... | 2,529 | 4 | 05/10/17 |
25/03/2018 | शेतकरी गझल | गझल: बाशिंदा (मुलनिवासी) | Dr. Ravipal Bha... | 868 | 25/03/18 | |
07/04/2021 | साहित्य चळवळ | दुसऱ्या शेतकरी - स्त्री कवी संमेलनाचा वृतांत | Dr. Ravipal Bha... | 523 | 07/04/21 | |
29/03/2018 | शेतकरी गझल | गझल: जे पेरले ते उगवते | Dr. Ravipal Bha... | 1,180 | 29/03/18 |
विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा : २०१४ ते २०२२
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक |
लेखक![]() |
वाचने |
---|---|---|---|
19-11-2014 | पीकपाणी | Prafulla Bhujade | 2,384 |
20-09-2016 | बांध शेताचा | Pradnya | 1,463 |
20-09-2016 | अवकाळी | Pradnya | 1,285 |
19-09-2016 | बाप माझा | Pradnya | 1,396 |
19-09-2016 | नीसर्गाची थट्टा | Pradnya | 1,300 |
नवीन प्रतिसाद