नमस्कार !
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प्रकाशन दिनांक | शीर्षक | गझलकार | वाचने | प्रतिसाद |
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09-03-2014 | ’माझी गझल निराळी’ - अभिप्राय : डॉ. मधुकर वाकोडे | संपादक | 1,978 | |
10-03-2014 | "माझी गझल निराळी" प्रस्तावना - श्री सुधाकर कदम | संपादक | 3,330 | 1 |
24-06-2014 | समकालीन गझलेत वेगळेपण दाखविणारी गझल | संपादक | 1,788 | |
09-03-2014 | ’माझी गझल निराळी’ - अभिप्राय : डॉ. अभय बंग | संपादक | 1,955 | |
09-03-2014 | ’माझी गझल निराळी’ - अभिप्राय : प्रमोद गुळवेलकर | संपादक | 1,663 | |
09-03-2014 | गझलविश्वाची परिभाषा बदलणारा गझलसंग्रह - श्री राज पठाण | संपादक | 3,443 | 2 |
16-04-2014 | शेतकर्याला अभय देणारी निराळी गझल - विजय चव्हाण | संपादक | 2,565 | |
09-03-2014 | ’माझी गझल निराळी’ - अभिप्राय : डॉ.विकास आमटे | संपादक | 1,534 | |
09-03-2014 | मनाला थेट भिडणारी गझल - तुषार देसले | संपादक | 1,599 | |
10-03-2014 | परिघाबाहेरची गझल - श्री किमंतु ओंबळे | संपादक | 1,955 | |
09-03-2014 | परीक्षकांचीच परीक्षा घेणारा गझलसंग्रह - श्री. श्याम पवार | संपादक | 1,902 |