नमस्कार !
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प्रकाशन दिनांक | प्रकार | शिर्षक | लेखक | वाचने | प्रतिसाद | अंतिम अद्यतन |
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22/06/2011 | रानमेवा | नाते ऋणानुबंधाचे.. | गंगाधर मुटे | 1,555 | 22/06/11 | |
23/06/2011 | रानमेवा | एक “अनुभवसिद्ध रानमेवा" | प्रकाश महाराज वाघ | 1,855 | 23/06/11 | |
23/06/2011 | रानमेवा | अनुभवांची शिदोरी आणि सृजनशीलतेची समृद्धी | अलका काटदरे | 1,904 | 23/06/11 | |
23/06/2011 | रानमेवा | अभ्यासपूर्ण आणि अस्सल काव्य | अनिलमतिवडे | 1,856 | 23/06/11 | |
23/06/2011 | रानमेवा | लिखाण अतिशय प्रामाणिक | जयश्री अंबासकर | 2,349 | 23/06/11 | |
23/06/2011 | रानमेवा | सडेतोड लेखणीतून वास्तवचित्र | डॉ भारत करडक | 1,941 | 23/06/11 | |
23/06/2011 | रानमेवा | लिखाणामधे खूप विविधता | स्वप्नाली | 1,845 | 23/06/11 | |
23/06/2011 | रानमेवा | चाकोरीबाहेरचं लिहायचा प्रयास | गिरीश कुलकर्णी | 1,996 | 23/06/11 | |
23/06/2011 | रानमेवा | विचार- सरणीचं अचूक दर्शन | छाया देसाई | 1,842 | 23/06/11 | |
23/06/2011 | रानमेवा | सर्वच कविता वाचनीय | मुकुंद कर्णिक | 2,076 | 23/06/11 | |
23/06/2011 | रानमेवा | काळ्या मातीचा गंध शब्दाशब्दांतून जाणवतो. | डॉ.श्रीकृष्ण राऊत | 2,243 | 23/06/11 | |
23/06/2011 | रानमेवा | इतके उत्तम भाष्य फ़क्त श्रेष्ठ कवीच करू शकतो | वामन देशपांडे | 2,095 | 23/06/11 | |
23/06/2011 | रानमेवा | 'सकाळ' 'सप्तरंग पुरवणीत' 'रानमेवा' ची दखल | संपादक | 3,969 | 23/06/11 | |
23/06/2011 | रानमेवा | भावात्म काव्यात्मकतेचा 'गोडवा’ | प्रा. मधुकर पाटील | 2,248 | 23/06/11 | |
23/06/2011 | रानमेवा | रानमेवा प्रस्तावना - मा. शरद जोशी | संपादक | 7,350 | 23/06/11 | |
23/06/2011 | रानमेवा | रानमेवा - भूमिका | गंगाधर मुटे | 48,488 | 23/06/11 | |
24/06/2011 | रानमेवा | रानमेवाची दखल | संपादक | 2,211 | 24/06/11 | |
23/06/2011 | रानमेवा | गंगाधर मुटेंचा काव्यमेवा - कवितेचा परिचय | बेफिकीर | 4,043 | 3 | 24/06/11 |
26/06/2011 | वांगे अमर रहे | गंधवार्ता..... एका प्रेताची! | गंगाधर मुटे | 1,888 | 26/06/11 | |
26/06/2011 | वांगे अमर रहे | कुर्हाडीचा दांडा | गंगाधर मुटे | 2,850 | 26/06/11 | |
26/06/2011 | वांगे अमर रहे | कृषिविद्यापीठांना अनुदान कशाला हवे? | गंगाधर मुटे | 2,213 | 26/06/11 | |
26/06/2011 | वांगे अमर रहे | अण्णा, सेवाग्रामला या! दारूने आंघोळ करू…..!! | गंगाधर मुटे | 2,262 | 26/06/11 | |
26/06/2011 | वांगे अमर रहे | शेतकरी संघटक : वर्धापनदिनाच्या निमित्ताने | गंगाधर मुटे | 1,817 | 26/06/11 | |
26/06/2011 | वांगे अमर रहे | शेतीची सबसिडी आणि "पगारी" अर्थतज्ज्ञ | गंगाधर मुटे | 3,394 | 26/06/11 | |
26/06/2011 | वांगे अमर रहे | श्याम्याची बिमारी | गंगाधर मुटे | 2,591 | 26/06/11 | |
28/06/2011 | काव्यधारा | महादेवा जातो गा…..! | गंगाधर मुटे | 2,338 | 28/06/11 | |
30/06/2011 | माझे गद्य लेखन | अशीही उत्तरे-भाग - २ | गंगाधर मुटे | 2,948 | 1 | 30/06/11 |
30/06/2011 | माझे गद्य लेखन | अशीही उत्तरे-भाग-३ | गंगाधर मुटे | 3,364 | 1 | 30/06/11 |
30/05/2011 | माझे गद्य लेखन | मीमराठी बक्षिस समारंभ : ठाणे | गंगाधर मुटे | 3,482 | 30/06/11 | |
30/05/2011 | माझे गद्य लेखन | स्टार माझा स्पर्धा विजेता - माझा ब्लॉग रानमोगरा | गंगाधर मुटे | 4,477 | 30/06/11 | |
02/07/2011 | रानमेवा | ‘रानमेवा’ पुस्तक प्रकाशन समारंभ | गंगाधर मुटे | 8,148 | 02/07/11 | |
01/06/2011 | शेतकरी संघटक | ६ मे २०११ अंक - ३ | श्रीकान्त झाडे | 1,676 | 09/07/11 | |
02/07/2011 | माझे गद्य लेखन | सत्कार समारंभ : वर्धा | गंगाधर मुटे | 19,491 | 2 | 10/07/11 |
02/07/2011 | माझे गद्य लेखन | सत्कार समारंभ : आर्वी (छोटी) | गंगाधर मुटे | 5,695 | 2 | 10/07/11 |
12/07/2011 | माझी मराठी गझल | मरण्यात अर्थ नाही | गंगाधर मुटे | 1,689 | 12/07/11 | |
12/07/2011 | माझी कविता | आता काही देणे घेणे उरले नाही | गंगाधर मुटे | 1,617 | 12/07/11 | |
12/07/2011 | माझी मराठी गझल | कुटिलतेचा जन्म…….!! | गंगाधर मुटे | 2,009 | 12/07/11 | |
12/07/2011 | माझी मराठी गझल | हिमालयाची निधडी छाती | गंगाधर मुटे | 1,663 | 12/07/11 | |
12/07/2011 | माझी कविता | मनसुबे मुंगळ्यांची | गंगाधर मुटे | 15 | 12/07/11 | |
12/07/2011 | नागपुरी तडका | किती चाटणार भारतपुत्रा? | गंगाधर मुटे | 2,850 | 1 | 12/07/11 |
12/07/2011 | माझी कविता | सरींचा कहर | गंगाधर मुटे | 1,819 | 1 | 13/07/11 |
14/07/2011 | गद्यलेखन | ‘गझलकार’-सीमोल्लंघन विशेषांक-२०११ | संपादक | 1,494 | 14/07/11 | |
15/07/2011 | माझी कविता | तार मनाची दे झंकारून | गंगाधर मुटे | 1,477 | 15/07/11 | |
15/07/2011 | माझी कविता | सावध व्हावे हे जनताजन | गंगाधर मुटे | 1,419 | 15/07/11 | |
15/07/2011 | माझी मराठी गझल | सोकावलेल्या अंधाराला इशारा | गंगाधर मुटे | 1,527 | 15/07/11 | |
15/07/2011 | माझी मराठी गझल | भारी पडली जात | गंगाधर मुटे | 1,755 | 15/07/11 | |
15/07/2011 | नागपुरी तडका | बायको | गंगाधर मुटे | 2,484 | 15/07/11 | |
15/07/2011 | माझी मराठी गझल | ’पाकनिष्ठ’ कांदा, लुडबूडतो कशाला? | गंगाधर मुटे | 1,575 | 15/07/11 | |
15/07/2011 | माझी कविता | चिडवितो गोपिकांना | गंगाधर मुटे | 1,626 | 15/07/11 | |
15/07/2011 | नागपुरी तडका | धोतर फ़ाटेपाव्तर | गंगाधर मुटे | 2,463 | 15/07/11 | |
15/07/2011 | माझी मराठी गझल | नेते नरमले | गंगाधर मुटे | 1,500 | 15/07/11 | |
15/07/2011 | नागपुरी तडका | राख होऊन मेला | गंगाधर मुटे | 2,417 | 15/07/11 | |
15/07/2011 | माझी कविता | माझी मराठी माऊली | गंगाधर मुटे | 1,761 | 15/07/11 | |
15/07/2011 | माझी मराठी गझल | एकदा तरी | गंगाधर मुटे | 1,565 | 15/07/11 | |
15/07/2011 | माझी मराठी गझल | लगान एकदा तरी | गंगाधर मुटे | 1,761 | 15/07/11 | |
13/06/2011 | काव्यधारा | एवढा मोठा नांगूर... | नांगूर | 5,281 | 8 | 15/07/11 |
15/07/2011 | माझी कविता | गवसला एक पाहुणा | गंगाधर मुटे | 1,694 | 15/07/11 | |
06/07/2011 | शेतकरी संघटक | ६ जुलै २०११ - अंक ७ | श्रीकान्त झाडे | 3,433 | 2 | 15/07/11 |
28/06/2011 | वांगे अमर रहे | आता गरज पाचव्या स्तंभाची | गंगाधर मुटे | 6,744 | 4 | 15/07/11 |
30/06/2011 | शेतकरी गीत | वरुणा ! वरुणा ! | डॉ.श्रीकृष्ण राऊत | 4,013 | 5 | 15/07/11 |