नमस्कार !
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प्रकाशन दिनांक | लेखनस्पर्धा वर्ष | शीर्षक | लेखक | प्रतिसाद | वाचने | अंतिम अद्यतन |
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04/11/14 | लेखनस्पर्धा-२०१४ | हूसास | हेमंत साळुंके | 5 | 3,940 | 9 वर्षे 4 months |
05/11/14 | लेखनस्पर्धा-२०१४ | भुई | हेमंत साळुंके | 2 | 1,822 | 9 वर्षे 4 months |
04/11/14 | लेखनस्पर्धा-२०१४ | मातॄभक्त | हेमंत साळुंके | 6 | 3,229 | 9 वर्षे 4 months |
19/11/14 | लेखनस्पर्धा-२०१४ | उपाशी तारू कैसे... | सुगत | 3 | 2,035 | 9 वर्षे 4 months |
30/09/17 | लेखनस्पर्धा-२०१७ | शेतकऱ्याला जगवा | सिद्धेश्वर इंगोले | 6 | 2,525 | 6 वर्षे 5 months |
29/09/17 | लेखनस्पर्धा-२०१७ | फरपट | सिद्धेश्वर इंगोले | 8 | 5,688 | 6 वर्षे 5 months |
18/11/14 | लेखनस्पर्धा-२०१४ | सीमेंट चा दगड | सागर जाधव जोपुळकर | 1 | 1,378 | 9 वर्षे 4 months |
18/11/14 | लेखनस्पर्धा-२०१४ | मॉल | सागर जाधव जोपुळकर | 1,083 | 9 वर्षे 4 months | |
18/11/14 | लेखनस्पर्धा-२०१४ | तफावत | सागर जाधव जोपुळकर | 1 | 1,396 | 9 वर्षे 4 months |
14/11/23 | लेखनस्पर्धा-२०२३ | बळी असेच कितीदा स्वतःला वामनाकडून गाडून घेणार? | सतीश शंकरराव मानकर | 7 | 823 | 4 months 6 दिवस |
31/12/22 | लेखनस्पर्धा-२०२२ | शेतीविषयक राजकीय धोरण | सतीश शंकरराव मानकर | 281 | १ वर्ष 2 months | |
04/01/23 | लेखनस्पर्धा-२०२२ | धग | सचिन शिंदे | 303 | १ वर्ष 2 months | |
23/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | धग | सचिन शिंदे | 1 | 728 | 4 वर्षे 6 months |
23/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | कुणब्याचं जगणं काळजावर गोंदवणारा कवी : संतोष आळंजकर | सचिन शिंदे | 2 | 1,321 | 4 वर्षे 2 months |
04/01/23 | लेखनस्पर्धा-२०२२ | प्राणप्रिय बळीमित्रास | सचिन शिंदे | 240 | १ वर्ष 2 months | |
23/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | दावण ... कविता | सचिन शिंदे | 1 | 650 | 4 वर्षे 6 months |
23/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | ओटी रिकामी भरते ... पद्य कविता | सचिन शिंदे | 1 | 740 | 4 वर्षे 6 months |
04/01/23 | लेखनस्पर्धा-२०२२ | मातीतून येणारा शब्दरूपी दरवळ - काळी आई | सचिन शिंदे | 335 | १ वर्ष 2 months | |
23/09/19 | लेखनस्पर्धा-२०१९ | बांधावरल्या अस्वस्थ नोंदी ... | सचिन शिंदे | 1 | 618 | 4 वर्षे 6 months |
14/09/15 | लेखनस्पर्धा-२०१५ | देवेन्द्रा'ची कृपा दुसरं काय? | सचिन मोहन चोभे | 1 | 1,742 | 8 वर्षे 6 months |
14/09/15 | लेखनस्पर्धा-२०१५ | आस्मानी नव्हं सुल्तानीच बेक्कार! | सचिन मोहन चोभे | 1 | 1,871 | 8 वर्षे 6 months |
08/09/16 | लेखनस्पर्धा-२०१६ | अवकाळी विळखा एक आश्वासक कथासंग्रंह | संदीप हरी नाझरे | 1 | 3,094 | 7 वर्षे 6 months |
08/09/16 | लेखनस्पर्धा-२०१६ | जीवाभावाचा पाखर्या | संदीप हरी नाझरे | 1 | 1,672 | 7 वर्षे 6 months |
08/09/16 | लेखनस्पर्धा-२०१६ | बाप आता शेतात येत नाही | संदीप हरी नाझरे | 2 | 2,226 | 7 वर्षे 6 months |
08/09/16 | लेखनस्पर्धा-२०१६ | गुना | संदीप हरी नाझरे | 1 | 1,425 | 7 वर्षे 6 months |