नमस्कार !
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ताजे लेखन आणि नवीन प्रतिसाद
प्रकाशन दिनांक | शीर्षक | लेखक | वाचने | प्रतिसाद |
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09-01-21 | ७ वे अ.भा.म.शे.सा. संमेलन रावेरीत : नियोजन | गंगाधर मुटे | 4,362 | 7 |
09-11-20 | ७ व्या संमेलनाच्या तयारीला लागूयात! | गंगाधर मुटे | 3,709 | 7 |
29-09-20 | लाँक | Rajesh Jaunjal | 1,429 | 7 |
27-09-20 | काव्यप्रकार- गीतलेखन ... | Jayashree nande | 1,994 | 7 |
21-09-20 | राफेल(गझल) | Rajesh Jaunjal | 1,511 | 7 |
20-09-20 | बंद बाँम्बे | Rajesh Jaunjal | 1,486 | 7 |
28-09-19 | ललितलेख ( होता सोन्याचा संसार ) | Ganesh Warpe | 2,563 | 7 |
12-09-19 | गज़ल : सीमेवरी जराशे जाऊन या तुम्ही. | Dr. Ravipal Bha... | 2,309 | 7 |
08-09-19 | गझल: कर्जातल्या जिवांच्या नशिबास कोण तारी! | Dhirajkumar Taksande | 2,076 | 7 |
19-01-19 | उठ शेतकऱ्या, घे मशाल | Komal Bhujbal | 4,077 | 7 |
शेतकरी साहित्य चळवळ-संमेलन
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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11-02-2018 | ४ थे अ.भा.म.शे.सा.सं : चित्रवृत्तांत : परिसंवाद | 2,767 |
30-09-2016 | पाहून घे महात्म्या | 2,265 |
23-02-2020 | ६ वे अ.भा. म. शे. साहित्य संमेलन : चित्रवृत्तांत - पुरस्कार वितरण | 2,876 |
17-10-2014 | अ.भा. मराठी शेतकरी साहित्य चळवळ : प्रारंभिक चर्चा | 2,092 |
04-01-2019 | विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा-२०१८ : निकाल | 4,648 |
विश्वस्तरीय लेखनस्पर्धा : २०१४ ते २०२२
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | लेखक | वाचने |
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18-09-2018 | प्राण वेचताना | Dhirajkumar Taksande | 5,816 |
30-09-2017 | शेतकरी आत्महत्या आणि आम्ही शहरवासी | विनिता | 6,576 |
18-09-2018 | बदलेल धोरण, तर टळेल मरण! | Dhirajkumar Taksande | 4,918 |
12-09-2017 | इंसाफ करूयात ! | Dr. Ravipal Bha... | 3,446 |
28-09-2017 | व्यवस्था जोरात बदलली पाहिजे! | Dr. Ravipal Bha... | 3,236 |
शेतकरी गीत, काव्यगीत
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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18-06-2011 | कसे अंकुरावे अता ते बियाणे? | 2,163 |
08-09-2022 | माझा शेतकरी बाप | 1,318 |
माझी मराठी गझल
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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12-07-2011 | मरण्यात अर्थ नाही | 1,698 |
13-04-2014 | वरुणदेवाने फालतू त्याची जात दावू नये | 1,560 |
08-03-2013 | गाव ब्रम्हांड माझे | 1,716 |
15-07-2011 | सोकावलेल्या अंधाराला इशारा | 1,536 |
24-06-2014 | समकालीन गझलेत वेगळेपण दाखविणारी गझल | 1,807 |
"रानमेवा" काव्यसंग्रह
प्रकाशन दिनांक | शिर्षक | वाचने |
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23-06-2011 | अभ्यासपूर्ण आणि अस्सल काव्य | 1,867 |
19-06-2011 | छातीचं झाकण बोम्लीवर आलं | 3,522 |
16-06-2011 | हे रान निर्भय अता | 1,647 |
23-06-2011 | लिखाणामधे खूप विविधता | 1,863 |
16-06-2011 | कुंडलीने घात केला | 1,753 |